मार्च महीने में शुरू हुए लॉक डाउन के बाद से टेंट , केटरिंग, डी जे , लाइट डेकोरेशन , शादी गार्डन , बेंड बाज़ा पार्टी सहित अन्य व्यापारी काम बंद होने से तंगी झेल रहे है। व्यापारियों का कहना है कि सरकार चुनाव में भीड़ इकट्ठी कर रही है, और हमारे व्यापार पर प्रतिबंध लगा रखा है। इस समस्या को देखते हुए व्यापारियों के हित में फ्रंट का अनोखा आंदोलन 20 अक्टूबर से किया जा रहा है जिसमे व्यापारी अपने बच्चे सरकार के पास जमा करेंगे।
एसोसिएशन के अध्यक्ष झलकन सिंह ने कहा कि व्यापार बंद होने के कारण हम बहुत अधिक परेशान हैं या तो सरकार हमें व्यापार करने की अनुमति दे, नहीं तो हम हमारे बच्चे सरकार के पास जमा करेंगे। यूनियन के सचिव गजेंद्र परिहार का कहना है कभी सोचा नहीं था कि ऐसे दिन भी देखना पड़ेंगे कि अपने प्यारे बच्चों को सरकार के पास जमा करना पड़ेगा। बहुत दुख के साथ आंदोलन प्रारंभ करना पड़ रहा है। अब बच्चों के चेहरे का दर्द देखा नहीं जाता। बच्चों की फीस जमा नहीं कर पा रहे। उन्हें छोटी-छोटी खुशियां भी नहीं दे पा रहे। कपड़े नहीं खरीद पा रहे। बैंक लोन की किस्त नहीं दे पा रहे। बंद पड़े व्यापार के कारण कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पा रहे । घर में रखा हुआ पैसा खत्म हो चुका है। अब सरकार से अपेक्षा है कि वह हमें व्यापार करने की अनुमति दें अन्यथा संपूर्ण मध्यप्रदेश में इस आंदोलन को चलाया जाएगा। यदि हमें व्यापार करने की अनुमति नहीं दी गई की गई तो राजनीतिक दलों की रैलियों में प्रदर्शन कर अपनी बात रखेंगे। पूरे जिले के व्यापारियों को संगठित करने के लिए यूनियन के पदाधिकारी दौरे कर रहे हैं।