नवलोक समाचार , होशंगाबाद। यहां जिले भर में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिये 290 खरीदी केंद्र बनाये गए है, जिनमें कई केंद्र रश्म अदायगी के लिये शुरू किए गए , तो कई केंद्रों पर sms भेजने के बाद भी किसान गेहूं बिक्री के लिये लेकर ही नही पहुँचे। प्रशासनिक अधिकारियों ने भी जिले भर का दौरा किया है वही कुछ केंद्र प्रभारियों का कहना है कि प्रशासनिक स्तर पर खरीदी के लिये आवश्यक सामग्री ही नही दी जा रही। ऐसे में खरीदी के दौरान दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। बता दे कि प्रदेश भर में इंदौर भोपाल को छोड़कर गेहूं की खरीदी शुरू कर दी गई है। इसके लिये प्रतिदिन 8 से 10 किसानों को ही sms भेज कर बुलाया जाएगा। लेकिन कोरोना महामारी से जूझ रहे प्रदेश में कर्मचारियों जान जोखिम में डालकर गेहू की खरीदी में ड्यूटी कर रहे है , उपार्जन के लिये राजस्व सहित शिक्षकों की ड्यूटी भी इस बार लगाई गई है।
खरीदी केंद्रों का जायजा लेने पर केंद्र प्रभारियों ने बताया कि कोरोना संकट को लेकर शासन ने गाइड लाइन जारी की है , सोशल डिस्टेंस भी जरूरी है। इसके लिये सेनेटाइजर आदि भी रखवाए गए है , लेकिन शुरुआत में किसान गेंहू की फसल लेकर नही आ रहे है। sms भेजने के बाद यदि फसल लेकर आते है तो उनका माल नही तौला जाएगा। केंद्र संचालक रघुवीर सिंह ठाकुर ने बताया कि केंद्र शुरू करना है लेकिन सामग्री ही नही मिली है न ही बिजली की कोई व्यवस्था है। ऐसे में खरीदी सम्भव नही है अधिकारियों को व्यवस्था को लेकर पत्र भी लिखा है।
बता दे कि प्रशासन द्वारा बिना तैयारी और कोरोना संकट से बचने के लिये कर्मचारियों को किसी प्रकार का कोई प्रशिक्षण भी नही दिया है। वही किसान भी sms को अनदेखा कर मनमर्जी से फसल को बिक्रय के लिये केंद्रों पर लायेंगे ऐसा अंदेशा है, केंद्र प्रभारियों का कहना है कि महामारी से बचने के साथ साथ सुचारू रुप से गेहू उपार्जन के लिये पुलिस बल की भी जरूरत है। गेंहू उपार्जन के लिये भेजे गए पर्यवेक्षक संतोष यादव का कहना है कि केंद्र प्रभारियों से बार बार यही कहा जा रहा है कि केंद्रों पर भीड़ न लगे इसको लेकर तैयारी की जाए, बता दे कि इटारसी में कोरोना मरीजो की संख्या को देखकर रेड जॉन से बाहर खरीदी केंद्र बनाए गए है। 15 अप्रैल से शुरू की गई खरीदी को लेकर जिला पंचायत सीईओ आदित्य सिंह सहित अपर कलेक्टर जीपी माली ने भी कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ बाबई , सेमरी हरचंद , सोहागपुर , पिपरिया सहित बनखेड़ी पहुचकर केंद्रों का निरीक्षण किया है।